
*कोरबा/पसान:-* प्रतिबंध अवधि में भी पसान थाना क्षेत्रान्तर्गत बम्हनी नदी से बड़े पैमाने पर रेत चोरी धड़ल्ले से किए जाने की सूचना के बाद भी थाना प्रभारी ने रेत चोरों पर कोई कार्रवाई नहीं की। और जब इस खबर को स्थानीय पत्रकार द्वारा प्रमुखता से प्रकाशित करते हुए थाना प्रभारी की कार्यशैली को उजागर किया गया तो रेत चोरी से जुड़े लोगों की झूठी शिकायत पर बिना किसी तरह की जांच पड़ताल किए क्षेत्रीय पत्रकार के विरुद्ध भयादोहन सहित अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज कर लिया गया। मामले को लेकर पत्रकार संगठन द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय में हस्ताक्षर मय ज्ञापन सौंप पत्रकार के विरुद्ध भयादोहन का झूठे अपराध दर्ज करने वाले थाना प्रभारी पर अनुशासनात्मक कार्यवाही एवं मामले की निष्पक्ष जांच करते हुए पत्रकार को झूठे मामले से मुक्त करने मांग किया गया है। वहीं इसी मामले पर पत्रकार संघ पुलिस महानिरीक्षक से भी मिला, जहां उन्हें निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया गया है।
ज्ञात हो कि सदभाव पत्रकार संघ छत्तीसगढ़ के सदस्य रितेश गुप्ता पिता सुरेश गुप्ता एवं उसके सहयोगी मिथलेश कुमार आयम पिता मानसिंह जो कि पसान क्षेत्र में रहकर पत्रकारिता करते हैं। समय- समय पर इनके द्वारा जनहित में खबरों का प्रकाशन किया जाता है। इसी के तहत पसान थानान्तर्गत ग्राम बैरा स्थित बम्हनी नदी से बड़े पैमाने पर रेत का अवैध खनन एवं परिवहन को लेकर इनके द्वारा खबरों का प्रकाशन किया जाता रहा। उक्त खबर में स्थानीय पुलिस की संदिग्ध भूमिका को लेकर भी उल्लेख किया गया था। खबर प्रकाशन के बाद से उक्त खबरों को लेकर रेत चोर, ग्राम बैरा के सरपंच पति ईश्वर आर्मों व पसान थाना प्रभारी (उपनिरीक्षक) प्रहलाद राठौर विद्वैष की भावना से ग्रसित रहने लगे। तथा पूर्व में पत्रकार रितेश गुप्ता को खबर प्रकाशित नही करने डराया- धमकाया भी गया था। जिसके बाद भी खबर प्रकाशन किये जाने से बौखलाए उक्त तीनों द्वारा साठ- गाठ कर पत्रकार एवं उसके सहयोगी के विरुद्ध सुनियोजित तरीके से 05 सितंबर को भयादोहन किए जाने का अपराध दर्ज किया गया। पत्रकार संघ के सदस्य पर द्वेषपूर्ण झूठे एफआईआर दर्ज किये जाने के मामले को लेकर सदभाव पत्रकार संघ छत्तीसगढ़ के प्रदेश पदाधिकारियों एवं संघ से जुड़े जिले अंतर्गत अन्य क्षेत्रों के पत्रकारों द्वारा 10 सितंबर को जिला मुख्यालय पहुँचकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत पत्र सौंप मांग किया कि रितेश गुप्ता के मामले में थाना प्रभारी पर अनुशासनात्मक कार्यवाही एवं मामले की निष्पक्ष जांच करते हुए पत्रकार को झूठे मामले से मुक्त करें। न्याय नहीं मिलने पर 15 दिवस उपरांत न्याय के लिए आन्दोलन हेतु बाध्य होने का भी उल्लेख शिकायत पत्र में है। वहीं पत्रकार संगठन बीते 13 सितंबर को बिलासपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक रतनलाल डांगी से मिला, और उन्हें पूरे मामले से अवगत कराया साथ ही आवेदन सौंप इस दिशा में निष्पक्ष एवं सही जांच कराए जाने व थाना प्रभारी की कार्यशैली तथा शीर्ष अधिकारियों द्वारा उन्हें दिये जाने वाले दिशा- निर्देशों की अवहेलना पर विभागीय कार्यवाही किये जाने की मांग रखी। जिस पर पुलिस महानिरीक्षक श्री डांगी द्वारा बिना जांच एफआईआर दर्ज करने को लेकर अपनी गहरी नाराजगी जताते हुए कहा कि थानेदार को मामले की पूरी जांच करने के उपरांत ही पत्रकार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करनी चाहिए थी। उन्होंने अपने रीडर दामोदर मिश्रा को बुलाकर तत्काल पत्रकार रितेश गुप्ता व उसके सहयोगी के गिरफ्तारी पर रोक लगाने के निर्देश दिए। साथ ही संघ के पदाधिकारियों को भरोसा दिलाया है कि उक्त मामले में आवश्यक उचित एवं निष्पक्ष जांच कराया जाएगा तथा पत्रकार निर्दोष साबित होने पर दोष मुक्त कराया जाएगा।
*पसान क्षेत्र में रेत खनन एवं परिवहन सहित अन्य अवैध कार्यों में सक्रिय तथाकथित नेता पर्दे के पीछे रहकर सरपंचों से करा रहा झूठी शिकायत*
पसान क्षेत्र में रेत का खनन व परिवहन सहित लंबे समय से अवैध तौर- तरीको अपनाकर क्रेशर संचालन, जंगलों से गिट्टी तोड़ाई, मुरुम उत्खनन जैसे कार्यों को अंजाम देने के अलावा ग्राम पंचायतों के निर्माण कार्यों में अघोषित ठेकेदारी करने वाले स्थानीय निवासी एवं तथाकथित एक नेतानुमा व्यक्ति द्वारा ग्राम पंचायत बैरा स्थित बम्हनी नदी से अवैध रेत खनन की गतिविधि बेरोकटोक जारी रखने के लिए थाना प्रभारी से मिलीभगत कर रेत की चोरी से संबंधित खबर प्रमुखता से प्रकाशित करने वाले पत्रकार रितेश गुप्ता और उसके सहयोगी के विरुद्ध बैरा सरपंच पति के माध्यम से पहले झूठी एफआईआर दर्ज कराया गया। जिसका पत्रकार संगठन द्वारा विरोध और निष्पक्ष जांच की मांग पश्चात बात नही बनता देख अपने समर्थित सरपंचों के माध्यम से पुलिस अधीक्षक को पुनः भयादोहन का झूठा शिकायत पत्र दिलाया गया है। फिलहाल इस पूरे मामले की गंभीरता पूर्वक सही एवं निष्पक्ष जांच होने के अलावा पसान क्षेत्र में चल रहे अवैध कारोबार पर भी सख्ती से रोक लगाने की महती आवश्यकता है।


