
बिलासपुर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्ष रजनेश सिंह के दिशा निर्देश एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामगोपाल करियारे के मार्गदर्शन में जिले में यातायात व्यवस्था को दुरुस्त किए जाने हेतु नियमित रूप से सघन कार्यवाही किया जा रहा है इस हेतु जन जागरूकता के माध्यम से लोगों में यातायात नियमों के प्रति ट्रैफिक सेंस विकसित करने हेतु विभिन्न प्रकार के अभियान चला कर कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है।इसी क्रम में आज दिनांक 15/4/25 को चेतना भवन बिलासपुर में जिले के नेशनल हाईवे के दोनों तरफ स्थापित विभिन्न प्रकार के अनेक दुकान, होटल, लाज, ढाबा, पेट्रोल पंप, पान ठेला, गुमटी, पंचर दुकान आदि सहित नेशनल हाईवे के अधिकारी,कर्मचारी एवं अन्य संबंधित विभाग के अधिकारी कर्मचारी की आवश्यक बैठक आयोजित की गई थी जिसमें सड़क दुर्घटनाओं को रोकने हेतु जन सहयोग के माध्यम से जिले के प्रत्येक क्षेत्र में विशेष निगरानी किए जाने हेतु यातायात मित्र का गठन किया गया।
उक्त कार्यक्रम में जिले के समस्त क्षेत्र से आए हुए उक्त संचालकों को सामूहिक जिम्मेदारियां का एहसास करते हुए सड़क दुर्घटनाओं को रोकने में जन सहभागिता का नैतिक दायित्व प्रदान करते हुए निम्नलिखित परिस्थितियों में यातायात पुलिस मुख्यालय, पुलिस कंट्रोल रूम, निकटस्थ पुलिस थाना, यातायात बीट प्रभारी, नेशनल हाईवे पेट्रोलिंग प्रभारी, क्रेन प्रभारी, इंटरसेप्टर स्पीडोमीटर के प्रभारी सहित अन्य संबंधित विभागों की जानकारी प्रदान करते हुए उनसे समन्वय कर यातायात संबंधी किसी भी प्रकार की समस्याओं के शीघ्र निराकरण हेतु संपर्क किये जाने अपील किया गया। 
1. हाईवे में सड़क दुर्घटना को देखते हुए भारी वाहनों के कहीं पर भी ब्रेकडाउन होकर खड़ी होने की सूचना त्वरित रूप से यातायात पुलिस को दी जावे।
2. यातायात पुलिस की टीम द्वारा ऐसे खड़ी वाहनों के आगे पीछे एवं दाएं बाएं में रिफ्लेक्टिव कोन्स रखना सुनिश्चित करेंगे।
3. किसी भी सड़क दुर्घटना की स्थिति में त्वरित जानकारी एवं सूचना थाना प्रभारी हाईवे पेट्रोलिंग टीम, प्रभावी डायल 112, पुलिस नियंत्रण कक्ष सहित यातायात पुलिस को दिया जाना सुनिश्चित करेंगे।
4. किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने पर बिना डरे आहट व्यक्ति की बतौर और गुड सेमीरिटन, त्वरित सहायता करते हुए निकटवर्ती अस्पताल पहुंचाने का प्रयास करेंगे।
5. सड़क दुर्घटना की स्थिति में यातायात व्यवस्था सामान्य किए जाने हेतु सामूहिक जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे। ट्रैफिक जाम या भीड़ होने पर जनमानस से समन्वय कर के यातायात के सुगम संचालन में सहयोग करेंगे।
6. आपके क्षेत्र के ऐसे आदतन वाहन चालक जो नशे की हालत में वाहन चलाते हैं, उनकी मौके पर से ही तत्काल जानकारी यातायात पुलिस को देंगे।
7. यातायात पुलिस को ऐसे जगहों का चिन्हांकन कर जानकारी देंगे जहां अक्सर सड़क दुर्घटना होती है।
8. मुख्य मार्ग में सड़क इंजीनियरिंग की कमी के कारण यदि सड़क दुर्घटना संभावित हो तो उसकी जानकारी यातायात पुलिस को देंगे।
9. मुख्य मार्गो में समय-समय पर ट्रैफिक जाम होने वाले पॉइंट की जानकारी यातायात पुलिस को देंगे।
10. प्रमुख मार्गो में पडने वाले अंधा मोड़, खतरनाक मोड़, बॉटल नेक, मुख्य मार्ग में कनेक्टिंग पहुंच मार्ग ऐसे क्षेत्र जहां बहुत सारे मवेशी इकट्ठा होते हैं, तथा बरसात में पानी भरने के कारण उत्पन्न समस्या आदि की समय-समय पर जानकारी दी जावे।
11. क्षेत्र के डेंजरस जोन की जानकारी, जिस स्थान एवं क्षेत्र विशेष पर अक्सर सड़क दुर्घटना होती हो।
12. ऐसे वाहन चालक जो मनोरोक, मिर्गी, पक्षाघात, शुगर आदि गंभीर बीमारी से ग्रसित हो और वाहन चलाते हो, इसी प्रकार ऐसे वाहन चालक जिन्होंने पूर्व में दुर्घटना करित किया हो उनके द्वारा वाहन चलाने की भी जानकारी समय-समय पर यातायात पुलिस को दी जावे।
13. आपके क्षेत्र में पढ़ने वाले ब्लैक स्पॉट से लोगों को जागरूक करेंगे, सड़क दुर्घटना रोकने में सहयोग प्रदान करेंगे।
14. सड़क में यदि पेड़ या क्षतिग्रस्त बिजली खंबे अचानक गिरे या वाहनों के खराब होने की स्थिति में, इसकी सूचना त्वरित यातायात पुलिस को देंगे।
15. सड़क दुर्घटना रोकने हेतु चलाए जा रहे जागरूकता कार्यक्रम एवं अभियान में हिस्सा लेते हुए आमजन में यातायात जागरूकता के प्रचार प्रसार में सहयोग करेंगे।
16. अपने क्षेत्र में यातायात विभाग के कार्यरत क्षेत्रीय यातायात बीट प्रभारी, क्रेन प्रभारी, इंटरसेप्टर प्रभारी, हाईवे पेट्रोलिंग के नंबर अपने पास आवश्यक रूप से रखें ताकि आवश्यकता पड़ने पर यातायात से संबंधित बाधाओं का शीघ्र समाधान किया जा सके।


