
भिलाई –छत्तीसगढ़ शासन द्वारा ग्रामीण छेत्र के बच्चों को अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई उपलब्ध करवाने के उद्देध से स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल खोले जा रहे है जिस हेतू बनी सूची में दुर्ग ग्रामीण के उतई का भी नाम प्रस्तावित सूची में था जिसके चलते उतई सहिंत आसपास के ग्रामीण अपने बच्चों को कम फीस पर अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई को लेकर उत्साहित थे ।क्योंकि लगातार यह देखने मे आया है कि निजी अंग्रेजी स्कूलों द्वारा मनमानी लूट की शिकायतें आम हो चली है जिसके चलते ही मध्यम व निम्न वर्ग के लिए अपने बच्चों को इंग्लिश मीडियम की स्कूलों में पढ़ाना दूर के ढोल साबित हो रहा था ।कुछ मध्यम वर्गीय परिवारों ने हिम्मत कर अपने बच्चों को अंग्रेजी स्कूलों में भर्ती तो करवा दिया किन्तु हमेशा कोई न कोई बहाने पालकों से आर्थिक वसूली ने उनकी कमर तोड़ दी जिससे दुखी पालकों के मन मे उतई में प्रस्तावित शासकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल को लेकर खुशी का माहौल था ।जो अचानक उदासीनता में बदल गया है अंदर ही अंदर इस बात की सुगबुगाहट है कि यहां के एक नामी प्रायवेट स्कूल द्वारा शिक्षा विभाग के जिम्मेदार लोगो व दुर्ग ग्रामीण के नेताओं के साथ मिली भगत करके उतई का नाम सूची से हटवा दिया गया है ।उक्त आरोप दुर्ग जिला ग्रामीण जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के जिलाध्यक्ष सतीश पारख ने भी लगाए हैं।उन्होंने कहा कि ये सर्वविदित ही है कि हमारे उतई नगर व आस पास ग्रामीण के ही अनगिनत पालको के बच्चे विभिन्न प्रायवेट अंग्रेजी स्कूलों में पढ़ाकर अपने खून पसीने की गाढ़ी कमाई उन प्रायवेट स्कूलो में लुटवा रहे हैं।उतई में खोलने की बात कहकर जो खुशी उन्हें मिली थी जिसे शिक्षा विभाग के अधिकारियों की निजी अंग्रेजी स्कूल से साँठ गाँठ कर उनके चेहरों की वह खुशी किसी एक को लाभ पहुंचाने के उद्देध्य से छीन ली गई जो ठीक नही हुवा।सतीश पारख ने माननीय मंत्री जी से आग्रह किया है कि अभी भी समय है आदरणीय मंत्री जी इसे अपने संज्ञान में लें जब मुख्यमंत्री जी के निर्वाचन छेत्र में 4 स्कूल खुल सकती है तो गृह मंत्री जी आपके छेत्र में सिर्फ 2 क्यो ।। *उतई का नाम क्यों और किसके कहने पर काटा गया।* यदि आप अपने छेत्र के आम नागरिक जन के हितैषी हैं तो उक्त महत्वपूर्ण बात को संज्ञान में लेकर के तत्काल पालकों ओर बच्चों के साथ हो रहे इस घोर अन्याय को रुकवाये।तथा वर्तमान सत्र 2021-22 से ही उतई में भी स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल प्रारम्भ करवाने की मजबूत पहल करें।।


