
बिलासपुर/-केंद्रीय विद्यालय बिलासपुर में आज़ादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ प्रदर्शनी का आयोजन दिनांक 10 अगस्त से 14 अगस्त 2022 तक किया गया। आज प्रदर्शनी के अंतिम दिवस पर विद्यालय में अनेक कार्यक्रम हुए। विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमती चंद्रकांती वाजपेयी, सेवानिवृत्त विद्यालय अपर जिला निरीक्षक बिलासपुर उपस्थित रहीं। जिन्होंने विभाजन की विभीषिका एवं उसकी त्रासदी को अपनी आँखों से देखा था। वे स्वतंत्रता संग्राम में अविस्मरणीय भूमिका निभाने वाले वाजपेयी परिवार की बहू हैं।
कार्यक्रम के आरंभ में विद्यालय के प्राचार्य धीरेन्द्र कुमार झा ने उन्हें पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया तथा शाल व श्रीफल भेंटकर उनका अभिनंदन किया। अपने स्वागत उद्बोधन में प्राचार्य झा ने बताया कि आज़ादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा देश भर के चुनिंदा विद्यालयों में विभाजन विभीषिका प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। इसी कड़ी में बिलासपुर जिले के केन्द्रीय विद्यालय में यह प्रदर्शनी लगाई गई है।
कार्यक्रम की शुरुआत हुई नन्हें बच्चों द्वारा सुमधुर स्वागत गीत के द्वारा। तत्पश्चात विभाजन की त्रासदी पर आधारित एवं विस्थापन की व्यथा की मार्मिक कथा ‘नमक’ को भावपूर्ण अंदाज़ में प्रस्तुत किया विद्यालय की छात्रा यामिनी ने। मिल्खा सिंह के विभाजन के मार्मिक अनुभव को अनूठे अंदाज़ में सुप्रिया ने प्रस्तुत किया।विद्यालय के संगीत शिक्षक लक्ष्मण कौशिक ने प्रेरणादायक गीत ‘तू हिन्दू बनेगा न मुसलमान बनेगा’ की भावपूर्ण प्रस्तुति की।मुख्य अतिथि श्रीमती चंद्रकांती वाजपेयी ने देश विभाजन के दर्द को सबके सम्मुख प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि भारत को आज़ादी मिली, पर भारत- पाक विभाजन की त्रासदी भी झेलनी पड़ी। उन्होंने अपने पति स्वर्गीय श्री रोहिणी कुमार वाजपेयी एवं स्वसुर के स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका को बताया कि उस समय हिंदुस्तान में कैसा माहौल था। एक तरफ आज़ादी का जश्न था, तो दूसरी तरफ विभाजन की त्रासदी भी। विशिष्ट अतिथि श्री रोहित वाजपेयी जी ने केन्द्रीय विद्यालय के इस आयोजन को अत्यंत सफल व प्रेरणादायक बताये हुए कहा कि विद्यार्थी देश के भविष्य हैं, जो देश की एकता व अखण्डता को सदा स्थापित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करेंगे।कार्यक्रम के संचालक सुनील पाण्डेय ने अपनी देशभक्तिपूर्ण एवं प्रेरणादायक मुक्तकों के माध्यम से कार्यक्रम को अत्याकर्षक बना कर प्रस्तुत किया। धन्यवाद ज्ञापन एवं आभार प्रदर्शन श्रीमती अर्चना मर्सकोले द्वारा किया गया। कार्यक्रम की सफलता में विद्यालय के शिक्षकों जूही चक्रवर्ती, माला शर्मा, अमिता सिंग, एस डी सरजाल, सौमेनदास गुप्ता, खलिक अहमद सिद्दीकी, परमेश्वर साहू आदि की सराहनीय भूमिका रही।


