
बिलासपुर कोतवाली थाना क्षेत्र में 12 जून को कोतवाली थाना में सूचना दी गई जिसमें नेहा देवांगन ने पुलिस को बताया कि मेरे पति हरिशंकर देवांगन काफी दिनों से मानसिक रूप से परेशान थे दरअसल उन्होंने तकरीबन 13 लख रुपए का अलग-अलग लोगों से कर्ज ले रखा था वे सारे लोग हरिशंकर देवांगन को कर्ज चुकाने को लेकर काफी मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे 11 जून को हरिशंकर देवगन ने परिवार वालों को इसके बारे में बताया परिवार वालों ने हरिशंकर देवगन के भेजे गए खाता नंबर पर 4 लाख 86 हजार रुपए डाल दिए जिसके बाद से हरिशंकर का नंबर बंद आ रहा था और वह घर पर भी नहीं थे जिसकी सूचना कोतवाली थाना में दिया गया था।14 जून को हरिशंकर ने किसी दूसरे व्यक्ति के मोबाइल से अपने भाई को फोन किया कि मैं कोनी थाना क्षेत्र के गुरु घसीदास विश्वविद्यालय के बाहर गिरा पड़ा हूँ ईतना में वहां के लोगों ने एम्बुलेंस की मदद से सिम्स अस्पताल में उनको भर्ती करवाया परिवार वाले भी अस्पताल पहुंचकर उनसे मिले तब तक उनका तबीयत ठीक था,15 जून की सुबह 6:00 बजे अचानक उसकी मृत्यु हो गई जिस पर परिवार वालों ने पूरे मामले को लेकर कहा की मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के कारण इसकी मृत्यु हुई है जिसकी सूक्ष्मता से पुलिस जांच करें और बिलासपुर जिले में चल रहे अवैध रूप से चाहे बैंक हो या ब्याज चलाने वाले इनके उपर भी कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की आवश्यकता है ये लोग पहले तो लोगों को लालच देकर फसाते हैं उसके बाद मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं जिस कारण आय- दिन लोग आत्महत्या करने को मजबूर हो जाते हैं,इस दौरान सिम्स अस्पताल का भी लापरवाही देखने को मिला सुबह से ही परिजन को इधर उधर घुमाया जा रहा था जिस कारण परिजन सिम्स के रवैया से नाराज हैं अब पूरे मामले को लेकर पुलिस किस तरह से कार्रवाई करती है यह देखने वाली बात होगी!


