
(शशि कोन्हेर द्वारा)
बिलासपुर/- जिले के शहरी इलाकों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्र में बेजा कब्जा को लेकर हालात बहुत खराब है। बेजा कब्जा धारियों के कारण गांव में निस्तारी और निकासी की कोई व्यवस्था नहीं रह गई है। यहां तक की मवेशियों के चराने, और इंसानों के अंतिम संस्कार के लिए छोड़ी गई सरकारी जमीन पर भी बेजा कब्जा करने वालों ने पूरी तरह बेमुरव्वती से अवैध कब्जा कर लिया है। बिलासपुर के एक प्रमुख whatsapp ग्रुप माय सिटी में लगी खबर के मुताबिक बिलासपुर जिले के तखतपुर विधानसभा क्षेत्र के गनियारी गांव में बरसों पहले बनाये गये यात्री प्रतीक्षालय में, एक आटो चालक ने कुछ साल पहले कब्जा कर लिया है। उसने इस यात्री प्रतिक्षालय को धीरे धीरे एक मकान की शक्ल दे दी है। और अब परिवार सहित उसी में निवास कर रहा है। विडंबना की बात यह है कि कब्जे का शिकार हो कर ऑटो चालक का मकान बना यह यात्री प्रतीक्षालय गनियारी के ग्राम पंचायत भवन के ठीक बगल में है। ऐसी बात नहीं है कि सरेआम किए गए इस बेजा कब्जा की जानकारी गांव के सरपंच समेत अधिकारियों को ना हो। लेकिन इसके बावजूद जिस दुस्साहस से इस यात्री प्रतिक्षालय को अपना अवैध निवास बना दिया गया है, वह इस गनियारी गांव तथा बिलासपुर जिले के गांवों में चल रही भर्राशाही को उजागर करने के लिए पर्याप्त है।


