



इस योजना से स्कूलों में बालिकाओं की दर्ज संख्या में काफी वृद्वि हुई है। मजबूत इरादों के साथ बालिकाएं अपने सपनों को पूरा करने के लिए आगे बढ़ रही है। दुर्गम एवं दूरस्थ इलाकों में निवास करने वाली बालिकाओं के लिए शिक्षा प्राप्त करना चुनौतीपूर्ण एवं कठिनाई भरा होता है। कठिन डगर को इस योजना ने सुगम और आसान बनाया दिया है बच्चो के सपनों को साकार करने की एक नई राह मिली है।अंकित गौरहा ने कहा शासन की यह कल्याणकारी योजना बालिकाओं के लिए वरदान साबित हो रही है वहीं बालिकाओं में शिक्षा के प्रति लगन एवं उत्साह बढ़ा है।इस अवसर पर वीरेंद्र गौरहा ,सुमन गौरहा, रतिराम केवट,नंदनी डोंगरे,दुर्गा करियारे, कपिल डोंगरे,रागिनी पाण्डेय,कुंती दुबे,प्राचार्य पीसी शांडिल्य,सत्यम रात्रे एवं प्रमोद शर्मा सहित स्कूल के शिक्षक,छात्र-छात्राएं व ग्रामवासी उपस्थित थे।